सूर्य जलता है
अपने अस्तित्व के साथ
इस तपो वन मे
हमें जीवन देने के लिए
जलना ही इसका जीवन है
नदी बहती है
खुद को विलीन करने के लिए
ताकि हम प्या से न रहे
खेत सूखे न रहे
बहना ही इसका अर्पण है
बादल बरसते है
मिटा देते है खुद को
धरती की हरियाली के लिए
हमारी खुसहाली के लिए
बरसना ही इनका समर्पण है
व़क्ष बढते है
जड तना पत्तीयो संग
खुद को समर्पित करते है
हमारी सेवा के लिए
ताकि हम आबाद रहे
यही नका तर्पण है
हवा चलती है
दे कर शीतल बयार
विलीन हो जाती है
उस अनन्त मे
जिसका कोई अन्तह नही
हम मानव है
जी लेते है खुद मर्जी से
मिट जाते है खुद गर्जी से
अपने अस्तित्व के साथ
इस तपो वन मे
हमें जीवन देने के लिए
जलना ही इसका जीवन है
नदी बहती है
खुद को विलीन करने के लिए
ताकि हम प्या से न रहे
खेत सूखे न रहे
बहना ही इसका अर्पण है
बादल बरसते है
मिटा देते है खुद को
धरती की हरियाली के लिए
हमारी खुसहाली के लिए
बरसना ही इनका समर्पण है
व़क्ष बढते है
जड तना पत्तीयो संग
खुद को समर्पित करते है
हमारी सेवा के लिए
ताकि हम आबाद रहे
यही नका तर्पण है
हवा चलती है
दे कर शीतल बयार
विलीन हो जाती है
उस अनन्त मे
जिसका कोई अन्तह नही
हम मानव है
जी लेते है खुद मर्जी से
मिट जाते है खुद गर्जी से