ये शाम यू ही ढलेगी
ये रात यू ही चलेगी
दिन का उजियाला आयेगा
जीवन का फसाना गायेगा
ये पहिया यूही घूमेगा
वक्त यू ही झूमेगा
तुम चल सकते हो तो चल जाओ
तुम ढल सकते हो तो ढल जाओ
इतिहास यही दुहरायेगा
अंजाम वही बतलायेगा
है यही फसाना दुनिया का
अंजाम पुराना दुनिया का
जो वक्त के आगे रहता है
अंजाम वही बस सहता है
इतिहास वही दुहराता है
मंजिल पर पहुच जो पाता है
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